सूचना भवन, सरायकेला-खरसावाँ प्रेस विज्ञप्ति दिनांक – 24 अक्टूबर, 2025
उपायुक्त की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न…
स्वास्थ्य सेवाओं के गुणवत्तापूर्ण संचालन एवं निर्धारित लक्ष्यों की समयबद्ध प्राप्ति हेतु दिए गए आवश्यक निर्देश…
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समाहरणालय सभागार में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री नितिश कुमार सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. सरयू प्रसाद सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जुुझार मांझी, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री कैलाश मिश्रा, डीआरसीएचओ, सभी एमओआईसी, डीपीएम, सभी बीपीएम एवं अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में उपायुक्त द्वारा सदर अस्पताल निरीक्षण के क्रम में दिए गए दिशा-निर्देशों की समीक्षा की गई। इसके पश्चात उन्होंने पूर्व बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
उपायुक्त श्री सिंह ने निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध संसाधनों एवं मानवबल का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाए, ताकि नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि निर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्यों में सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच शिविर, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, पोषण अभियान तथा रोग नियंत्रण कार्यक्रमों की प्रगति पर नियमित निगरानी रखी जाए। जिन केंद्रों या पंचायतों में योजनाओं का क्रियान्वयन धीमा है, वहाँ सुधारात्मक कार्ययोजना बनाकर प्रगति में तेजी लाई जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही, अनियमितता या लक्ष्य से विचलन पाए जाने पर संबंधित एमओआईसी एवं पदाधिकारियों के विरुद्ध जिला स्तर से नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने सभी एमओआईसी को निर्देशित किया कि उप स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित योजनाओं की नियमित समीक्षा करें तथा लोक-प्रदर्शन सूचकांक (Public Performance Indicators) में पिछड़ रहे उप केंद्रों को चिन्हित कर वहाँ शत-प्रतिशत योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना निर्धारित कर प्रभावी रूप से कार्यान्वित करें।
सभी निजी नर्सिंग होम जहां प्रसव होते हैं, उनसे संबंधित टीकाकरण के आंकड़े एकत्र कर जिले के समग्र टीकाकरण रिपोर्ट में सम्मिलित किए जाएँ। इससे जिले में मातृ एवं शिशु टीकाकरण कवरेज का सटीक मूल्यांकन सुनिश्चित हो सकेगा।
साथ ही, सभी गर्भवती महिलाओं की ट्रैकिंग एएनसी (ANC-1 से 4) से लेकर प्रसव तक की जाए, ताकि किसी भी चरण में कोई महिला स्वास्थ्य सेवा से वंचित न रहे। जिन नवजात शिशुओं का जन्म वजन कम (Low Birth Weight) पाया जाता है, उन्हें समय पर एसएनसीयू (SNCU) में रेफर कर चिकित्सकीय देखरेख एवं उपचार सुनिश्चित किया जाए।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा मातृ एवं शिशु दोनों की नियमित ट्रैकिंग की जाए, जिससे प्रारंभिक अवस्था में ही स्वास्थ्य जोखिमों की पहचान कर समय पर उचित उपचार सुनिश्चित किया जा सके।
इसके अतिरिक्त उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों में स्वच्छता एवं हाइजीन मानकों का पालन, नियमित उपकरण परीक्षण, ओपीडी संचालन की निरंतरता तथा आपातकालीन सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित की जाए।
अंत में उपायुक्त श्री नितिश कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाएँ सीधे जनता के जीवन एवं स्वास्थ्य से जुड़ी हैं। अतः प्रत्येक अधिकारी एवं स्वास्थ्यकर्मी अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठा, संवेदनशीलता एवं जिम्मेदारी के साथ करें, ताकि जिले के नागरिकों को बेहतर, सुलभ एवं समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त हो सकें।