सूचना भवन, सरायकेला-खरसावां प्रेस विज्ञप्ति दिनांक – 11 जून 2025

सरायकेला-खरसावां जिले में ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ का शुभारंभ…
15 से 30 जून 2025 तक चलाया जाएगा विशेष जागरूकता एवं सेवा संतृप्ति कार्यक्रम….
=============================
जनजातीय कार्य मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा जनजातीय समुदायों के समग्र विकास तथा उन्हें सभी सरकारी योजनाओं से शत-प्रतिशत लाभान्वित करने के उद्देश्य से ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DA-JGUA)’ की शुरुआत की गई है। यह अभियान प्रधानमंत्री जनजातीय समावेशन मिशन (PM-JANMAN) के सहयोग से सरायकेला-खरसावां जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में संचालित किया जा रहा है।
अभियान के अंतर्गत 15 जून से 30 जून 2025 तक जिले के सभी प्रखंडों में सूचना, शिक्षा एवं संचार (IEC) आधारित विशेष जागरूकता कार्यक्रमों एवं सेवा संतृप्ति शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इन शिविरों में पात्र आदिवासी परिवारों को योजनाओं का सीधा लाभ प्रदान किया जाएगा।
अभियान के प्रमुख उद्देश्य
✅ जनजातीय समाज में योजनाओं को लेकर जागरूकता का विस्तार
✅ विशेष रूप से दुर्बल जनजातीय समूहों (PVTGs) को सशक्त बनाना
✅ आधार कार्ड, बैंक खाता, आयुष्मान कार्ड, गैस कनेक्शन जैसी बुनियादी सुविधाएं गांव-स्तर पर उपलब्ध कराना
✅ नुक्कड़ नाटक, ग्राम सभाएं, प्रदर्शनियों आदि से संवाद आधारित सहभागी लोकतंत्र को बढ़ावा देना
✅ जनजातीय युवाओं को ‘परिवर्तन नेता’ के रूप में प्रशिक्षित कर नेतृत्व कौशल का विकास करना
मुख्य सेवाएं व योजनाएं
इस अभियान के अंतर्गत जनधन योजना, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, छात्रवृत्ति योजना, वनाधिकार अधिनियम, जल जीवन मिशन, पोषण अभियान समेत 40 से अधिक कल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है।
सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को 15 से 30 जून 2025 के बीच विशेष प्रचार-प्रसार कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रखंड स्तरीय सेवा शिविरों की तिथियाँ इस प्रकार निर्धारित हैं
कुचाई – 15.06.2025
सरायकेला – 16.06.2025
राजनगर- 17.06.2025
खरसावां- 18.06.2025
गम्हरिया – 19.06.2025
चांडिल- 20.06.2025
नीमडीह- 21.06.2025
इचागढ़- 23.06.2025
कुकड़- 24.06.2025
इस अभियान के माध्यम से सरायकेला-खरसावां जिले के जनजातीय ग्रामों को सामाजिक, आर्थिक एवं संरचनात्मक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा।