सूचना भवन, सरायकेला-खरसावाँ प्रेस विज्ञप्ति दिनांक– 09 अक्टूबर, 2025
उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक संपन्न — जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनाओं की प्रगति की समीक्षा, आवश्यक दिशा-निर्देश जारी…
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समाहरणालय सभागार, सरायकेला में उपायुक्त श्री नीतीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त सुश्री रीना हांसदा, कार्यपालक अभियन्ता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सिविल सर्जन एवं अन्य सम्बंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में उपायुक्त के द्वारा जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनाओं की प्रगति, क्रियान्वयन की स्थिति तथा निर्माणाधीन योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत छूटे हुए सभी ग्राम पंचायतों के शत-प्रतिशत घरों को नल-जल योजना से जोड़ा जाए। सामान्य श्रेणी की सभी योजनाओं से संबंधित ग्राम पंचायतों में “हर घर जल” प्रमाणपत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया शीघ्रता से पूर्ण की जाए। हर घर जल प्रमाणन से पूर्व जिन ग्राम पंचायतों में जलापूर्ति से संबंधित कार्य अधूरे हैं या संरचनाएँ क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें दुरुस्त एवं क्रियाशील बनाकर ही प्रमाणन कार्य पूर्ण किया जाए।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनाएँ जनस्वास्थ्य, स्वच्छता एवं जीवन-स्तर उन्नयन से सीधे जुड़ी अत्यंत महत्वपूर्ण योजनाएँ हैं। अतः सभी पदाधिकारी एवं कार्यान्वयन एजेंसियाँ जनहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करें। कार्य की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए तथा लापरवाही या निम्न गुणवत्ता का कार्य करने वाली एजेंसियों के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त ने एस.बी.एस. निरीक्षण रिपोर्टों की समीक्षा कर सभी योजनाओं का जियो-टैगिंग शीघ्र पूर्ण करानें तथा पूर्ण योजनाओं को संबंधित ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति (VWSC) को विधिवत हस्तांतरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने ग्राम पंचायतों को “मॉडल ग्राम” के रूप में विकसित करने और अधिकाधिक पंचायतों को तीन एवं पाँच स्टार रेटिंग श्रेणी में सम्मिलित करने की दिशा में ठोस पहल करने का भी निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता एवं पेयजल योजनाओं की प्रगति की सतत निगरानी और फील्ड सत्यापन सुनिश्चित किया जाए, ताकि योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र परिवार तक पहुँच सके। उन्होंने जन-जागरूकता पर बल देते हुए कहा कि ग्राम स्तर पर सामुदायिक बैठकें, दीवार लेखन एवं प्रचार माध्यमों के द्वारा जल संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति आमजन में जागरूकता लाई जाए।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन केवल विकास योजनाएँ नहीं हैं, बल्कि ये नागरिकों के स्वास्थ्य, सम्मान एवं जीवन-गुणवत्ता से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई हैं। सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में समन्वय, गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि जिला सरायकेला-खरसावाँ को “शत-प्रतिशत हर घर जल एवं स्वच्छता संपन्न जिला” के रूप में स्थापित किया जा सके।
